अमेरिका-ब्रिटेन का हूती विद्रोहियों के ठिकानों पर हमला, व्यापारिक जहाजों पर हमले बाद मिली थी चेतावनी helobaba.com
यमन में प्रत्यक्षदर्शियों ने रॉयटर्स को पूरे देश में विस्फोटों की पुष्टि की. राष्ट्रपति जो बाइडेन ने गुरुवार, 11 जनवरी को देर रात एक बयान में आगाह किया कि अगर जरूरत पड़ी तो वह आगे की कार्रवाई करने में संकोच नहीं करेंगे.
एक हूती अधिकारी ने राजधानी साना, साद और धमार शहरों के साथ-साथ होदेइदा प्रांत में हमले की पुष्टि की, इसे अमेरिकी-ज़ायोनी-ब्रिटिश हमला कहा.
NDTV के मुताबिक, एक अमेरिकी अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर कहा कि हमले विमान, जहाज और पनडुब्बी द्वारा किए जा रहे थे. अधिकारी ने कहा कि एक दर्जन से अधिक स्थानों को निशाना बनाया गया और हमलों का उद्देश्य हूती विद्रोहियों के सैन्य क्षमताओं को कमजोर करना था.
प्रत्यक्षदर्शियों ने रॉयटर्स को बताया कि गुरुवार को हमले में सना हवाई अड्डे से सटे एक सैन्य अड्डे, ताइज हवाई अड्डे के पास एक सैन्य स्थल, होदेइदाह में एक हूती नौसैनिक अड्डे और हज्जाह गवर्नरेट में सैन्य स्थलों को निशाना बनाया गया.
हूती विद्रोही ने लाल सागर शिपिंग रास्तों पर अपने मिसाइल और ड्रोन हमलों को रोकने के लिए संयुक्त राष्ट्र और अन्य अंतरराष्ट्रीय कॉलों की अवहेलना की, जिसे लेकर संयुक्त राज्य अमेरिका की ओर से परिणाम भुगतने की चेतावनी दी गई थी.
हूतीयों का कहना है कि उनके हमले गाजा को नियंत्रित करने वाले फिलिस्तीनी इस्लामी समूह हमास के समर्थन में हैं. 7 अक्टूबर को इजरायल पर हमास के हमले के बाद इजरायल ने सैन्य हमला किया जिसमें गाजा में 23,000 से अधिक फिलिस्तीनी मारे गए हैं.
हूतीयों ने अब तक 27 जहाजों पर हमला किया है, जिससे यूरोप और एशिया के बीच प्रमुख मार्ग पर अंतर्राष्ट्रीय ट्रेड बाधित हो गया है.
हूती विद्रोहियों ने गृहयुद्ध में यमन के अधिकांश हिस्से पर कब्जा कर लिया है. हूती विद्रोहियों ने इजरायल से जुड़े या इजरायली बंदरगाहों की ओर जाने वाले जहाजों पर हमला करने की कसम खाई है. हालांकि, लक्षित जहाजों में से कई का इजरायल से कोई संबंध नहीं था.