HeadlinesHindi News

जया एकादशी 20 फरवरी की, जानें मुहूर्त, पूजन विधि, व्रत नियम व पढ़ें कथा, Jaya Ekadashi 20 February know auspicious time, worship method, fasting rules. helobaba.com

Jaya Ekadashi 2024: जया एकादशी व्रत कथा

पौराणिक मान्यता के अनुसार, इंद्र की सभा में उत्सव चल रहा था. इस सभी में सभी देवगण और संत उपस्थित थे. उस समय गंधर्व गीत गा रहे थे और गंधर्व कन्याएं नृत्य कर रही थीं. इन्हीं गंधर्वों में एक माल्यवान नाम का गंधर्व भी था जो बहुत ही सुरीला गाता था. रूप से भी वो बहुत सुंदर था. गंधर्व कन्याओं में एक सुंदर पुष्यवती नामक नृत्यांगना भी थी.

पुष्यवती और माल्यवान एक-दूसरे को देखकर सुध-बुध खो बैठें और अपनी लय-ताल से भटक गए. उनके इस कृत्य से देवराज इंद्र क्रोधित हो गए और उन्हें श्राप स्वर्ग से वंचित रहने का श्राप दे दिया. इंद्र भगवान नें दोनों को मृत्यु लोक में पिशाचों सा जीवन भोगने का श्राप दिया.

श्राप के प्रभाव से पुष्यवती और माल्यवान प्रेत योनि में चले गए और दुख भोगने लगे. पिशाची जीवन बहुत ही कष्टदायक था. दोनों बहुत दुखी थे. एक समय माघ मास में शुक्ल पक्ष की एकादशी के दिन पूरे दिन में दोनों ने सिर्फ एक बार ही फलाहार किया था.

रात्रि में भगवान से प्रार्थना कर अपने किये पर पश्चाताप भी कर रहे थे. इसके बाद सुबह तक दोनों की मृत्यु हो गई. अंजाने में ही सही लेकिन उन्होंने एकादशी का उपवास किया और इसके प्रभाव से उन्हें प्रेत योनि से मुक्ति मिल गई और वे पुन: स्वर्ग लोक चले गए.

(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button