नाइट क्लब में गाने से पद्म भूषण जीतने तक, ऊषा उत्थुप की दमदार जर्नी Usha Uthup Padma bhushan award 2024 career and songs of singers helobaba.com
भारतीय पॉप की रानी उषा उत्थुप अपनी अनोखी आवाज, असीम ऊर्जा, वो लाल बिंदी और शानदार गाने चुनने के लिए प्रसिद्ध हैं.
हिंदी सिनेमा के संगीत में औपचारिक रूप से ट्रेंड नहीं होने के कारण, उषा उत्थुप को अपने पहले गाने का मौका मद्रास के एक नाइट क्लब में मिला.
उन्हें दिल्ली में देव आनंद और शशि कपूर द्वारा बॉलीवुड के लिए खोजा गया था और उन्होंने 1971 में आर.डी. बर्मन द्वारा रचित ‘हरे रामा हरे कृष्णा’ के अंग्रेजी भागों को गाया था, जिसने जीनत अमान को लॉन्च किया था.
मूल रूप से उषा उत्थुप को गाना ‘दम मारो दम’ गाना था, लेकिन अंततः आशा भोसले को यह गाना मिला, जिससे कलकत्ता की युवा गायिका को ‘हरे राम हरे कृष्णा’ गाने से ही संतोष करना पड़ा.
उषा उत्थुप अभी भी हर किसी की प्लेलिस्ट में हैंस्को युग के दो गाने हरि ओम हरि (अरमान’ 1981) और अहा नाचे नाचे (डिस्को डांसर’ 1982) के साथ लोकप्रिय बनी हुई हैं.