श्रीनगर के लाल चौक पर नहीं प्रदर्शित की गई राम की फोटो, गलत है दावा ram mandir ayodhya Ram photo not displayed at Srinagar Lal Chowk false claim fake news helobaba.com
हमनें सच का पता कैसे लगाया: हमने Google Chrome एक्सटेंशन, InVID की मदद से वीडियो को कई कीफ्रेम में बांट दिया और उन पर रिवर्स इमेज सर्च किया.
गूगल सर्च से हमें वही वीडियो मिला जो ‘स्वदेश न्यूज’ नाम के एक नॉन वेरिफाइड यूट्यूब चैनल पर अपलोड किया गया था.
इसे 19 जनवरी को शेयर किया गया था और इसका टाइटल था, “देहरादून के क्लॉक टावर में भगवान राम का लेजर शो.”
न्यूज रिपोर्ट्स: हिंदुस्तान टाइम्स में छपी एक रिपोर्ट में कहा गया है कि बुधवार, 17 जनवरी को देहरादून के क्लॉक टावर पर लेजर लाइट के माध्यम से भगवान राम की तस्वीरें दिखाई गईं है.
मीडिया एजेंसी एएनआई ने देहरादून के क्लॉक टावर के विजुअल शेयर किए थे, जहां भगवान राम की अलग-अलग छवियां दिखाई जा रही थीं.
जियोलोकेशन: हमने गूगल मैप्स पर ‘क्लॉक टावर देहरादून’ ढूंढा और स्ट्रीट व्यू विकल्प की मदद से, हम उस टावर का पता लगाने में कामयाब हुए जहां भगवान राम की तस्वीरें दिखाई गयी थीं.
हमने वायरल क्लिप के एक कीफ्रेम की तुलना 2022 के गूगल मैप्स पर मौजूद सीन से की, और यह निष्कर्ष निकाला कि भगवान राम की छवियों को देहरादून के क्लॉक टॉवर पर प्रोजेक्ट किया गया था.
देहरादून और श्रीनगर में क्लॉक टावरों की तुलना: टीम वेबकूफ ने आगे गूगल मैप्स की मदद ली और देहरादून में क्लॉक टावर की तस्वीरों की तुलना श्रीनगर में मौजूद क्लॉक टावर से की.
एक्स पर सीएम धामी का पोस्ट: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने आधिकारिक एक्स हैंडल पर देहरादून से कुछ विजुअल शेयर किए, जिसमें सड़कों पर लोग भगवान राम से जुड़े कई गाने सुनते हुए दिखाई दे रहे हैं.
निष्कर्ष: यह स्पष्ट है कि क्लॉक टावर पर भगवान राम की तस्वीरें दिखाने वाला वीडियो देहरादून का है, श्रीनगर का नहीं, जैसा कि दावा किया गया है.
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