पश्चिम बंगाल का संदेशखाली अशांत क्यों? महिलाओं ने लगाया यौन शोषण का आरोप- जानिए पूरा मामला Why there is uproar in Sandeshkhali, what are the allegations of women? helobaba.com
![पश्चिम बंगाल का संदेशखाली अशांत क्यों? महिलाओं ने लगाया यौन शोषण का आरोप- जानिए पूरा मामला Why there is uproar in Sandeshkhali, what are the allegations of women? helobaba.com 1 WB Sandeshkhali Violence](/wp-content/uploads/2024/02/WB_Sandeshkhali_Violence.jpg.webp)
महिलाओं के खिलाफ यौन शोषण के दावों पर प्रदर्शनकारी ने कहा, “वे सभी सामने आने से डरती हैं. किसी को भी पुलिस या प्रशासन या सरकार पर भरोसा नहीं है. हमें नहीं पता कि कमरे के अंदर क्या होता था. कोई कुछ भी नहीं कहता था. वो उन्हें धमकी देते थे कि वो उनके पतियों को मार डालेंगे, उनके बच्चों को छीन लेंगे. इतना जोखिम कौन उठाएगा?”
प्रदर्शनकारियों ने सवाल किया कि “छह महीने या एक साल पहले हुए मामलों को मेडिकल जांच रिपोर्ट से कैसे साबित किया जा सकता है.”
ANI की रिपोर्ट के मुताबिक, महिला प्रदर्शनकारी ने कहा कि शाहजहां शेख और उनके लोग महिलाओं को इस हद तक शारीरिक रूप से प्रताड़ित करते थे कि उन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा था. उन्होंने कहा, “वे महिलाओं को भी मारते थे. वो उनके हाथ-पैर तोड़ देते थे. कई लोगों को 3-4 दिनों के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है.”
इंडियन एक्प्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, एक अन्य महिला ने कहा, “वे हमें मीटिंग के लिए बुलाते थे – कभी स्वयं सहायता समूह की और कभी पार्टी की. हमारे पतियों को नहीं बुलाया जाता था. जब हम वहां गए, तो एक त्वरित ‘पार्टी मीटिंग’ हुई जिसमें कहा गया कि हमें पार्टी की जीत के लिए काम करना होगा. इनमें से कुछ ने खाना बनाती थीं और मेरे समेत कुछ महिलाओं को वहीं रुकने के लिए कहा गया. वे मेरी साड़ी खींचते थे और मुझे गलत तरीके से छूते थे. मैं चुप रही क्योंकि मुझे पता था कि अगर मैं विरोध करती तो क्या होता.”
इस पूरे मामले को लेकर बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सुकांता मजूमदार ने 9 फरवरी को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को एक पत्र लिखा था. अपने पत्र में उन्होंने कहा था, “शेख शाहजहां, शिबू हाजरा, उत्तम सरदार और उनके साथियों द्वारा किए गए अत्याचारों ने भय और असुरक्षा का माहौल पैदा कर दिया है, जिससे संदेशखाली के निर्दोष निवासी सुरक्षा और सम्मान के अपने बुनियादी अधिकारों से वंचित हो गए हैं.”