Scotland Study Says No Cervical Cancer Cases in Women Who Took HPV Vaccine Early helobaba.com
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12 या 13 वर्ष की उम्र में एचपीवी वैक्सीन लगवाने वाली महिलाओं में सर्वाइकल कैंसर का कोई भी मामला दर्ज नहीं किया गया, फिर चाहे उन्हें वैक्सीन की कितनी भी डोस लगी हो.
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जिन महिलाओं को 14 से 22 वर्ष की उम्र में टीका लगाया गया और बाइवेलेंट वैक्सीन की 3 खुराकें मिलीं, उनमें टीकाकरण न कराने वाली महिलाओं की तुलना में कैंसर के मामलों में काफी कमी देखी गई.
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रिसर्चर्स ने स्कॉटलैंड के सभी S1 स्टूडेंट्स में नियमित टीकाकरण के लिए स्कूल-आधारित कार्यक्रमों के हिस्से के रूप में एचपीवी वैक्सीन लेने वाली महिलाओं की जांच की.
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टीकाकरण के 16 साल बाद 2020 में महिलाओं का परीक्षण किया गया.
स्टडी के फाइंडिंग्स वास्तविक दुनिया के सबूतों को दोहराते हैं कि एचपीवी (ह्यूमन पेपिलोमावायरस वायरस) टीका कैंसर के डेवलपमेंट को रोकने में प्रभावी है.
बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, स्टडी के निष्कर्ष (findings) नियमित टीकाकरण के लिए स्कूल-आधारित कार्यक्रमों को जारी रखने के लिए विशेष रूप से प्रोत्साहित करने वाले हैं. यह वैक्सीन अब लड़कों को भी दी जाती है, क्योंकि ऐसे सबूत मिले हैं जिनसे ये साबित होता है कि लड़कों को एचपीवी से जुड़े दूसरे कैंसरों से बचाने में ये टीका मददगार साबित हो सकता है.
एचपीवी यानी कि ह्यूमन पेपिलोमा वायरस, एक आम वायरस है, जो बेहद खतरनाक और सबसे तेज़ी से फैलता है. यह एक तरह का वायरल इन्फ़ेक्शन है, जो सेक्स के माध्यम से तो फैलता ही है, पर त्वचा से त्वचा के सम्पर्क में आने से भी फैलता है. मतलब ये जरूरी नहीं कि सेक्सुअल पेनेट्रेशन हो, तभी दो व्यक्ति के बीच यह वायरस फैलेगा.
एचपीवी वैक्सीन किन बीमारियों से बचाता है?
एचपीवी वैक्सीन बचाता है:
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ओरल कैंसर
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सर्वाइकल कैंसर
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एनल कैंसर
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पेनिस कैंसर
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जेनिटल वार्ट्स