UP में गठबंधन साथियों के गढ़ से क्या कांग्रेस ने बनाई दूरी? Has Congress distanced itself from the stronghold of its alliance partners in UP? helobaba.com
क्विंट हिंदी से बातचीत के दौरान यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने बताया कि प्रदेश के सभी 75 जिलों में 14 जनवरी को “न्याय मशाल यात्रा” निकाली जाएगी. कम से कम 5 किलोमीटर लंबी यह यात्रा जिले में शहीद स्थल या जिला कलेक्ट्रेट तक निकाली जाएगी. 15 जनवरी को पार्टी के वरिष्ठ नेताओं का एक दल अयोध्या भी जाएगा. वहां सरयू में स्नान करने के बाद रामलला और हनुमानगढ़ी मंदिर में दर्शन का प्रयोजन भी है.
कांग्रेस ने एसपी-आरएलडी के गढ़ से बनाई दूरी
यात्रा के रूट में उत्तर प्रदेश में पड़ने वाले जिलों की बात करें तो यह यात्रा झारखंड से होते हुए यूपी में चंदौली में प्रवेश करेगी. वाराणसी, प्रयागराज, अमेठी, रायबरेली, लखनऊ, सीतापुर, लखीमपुर खीरी, शाहजहांपुर, बरेली, रामपुर, मुरादाबाद, मथुरा और आगरा होते हुए राजस्थान में प्रवेश कर जाएगी. पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के अनुसार रूट निर्धारण में कोई खास राजनीतिक अभिप्राय नहीं है. हालांकि विशेषज्ञों कहना है कि कांग्रेस ने इस रूट को तैयार करने में यह कोशिश की है कि INDIA गठबंधन के साथियों को नाराज ना किया जाए.
यूपी के वरिष्ठ पत्रकार रतन मणिलाल ने क्विंट हिंदी से बातचीत के दौरान बताया,
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के दौरान एसपी और कांग्रेस के बीच सीट बंटवारे को लेकर हुई अनबन और बयानबाजी के बाद संबंधों में दरार आई थी. ऐसे में इंडिया गठबंधन के भविष्य पर भी सवाल उठने शुरू हो गए थे. पश्चिम बंगाल, बिहार और उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों में क्षेत्रीय पार्टियों हावी हैं. राजस्थान मध्य प्रदेश छत्तीसगढ़ में हार के बाद कांग्रेस बैकफुट पर है. गठबंधन के साथियों के साथ टकराव की स्थिति उत्पन्न होने पर कांग्रेस को गठबंधन सहित सीट बंटवारे में घाटा उठाना पड़ सकता है.